क्या सेंसरबोर्ड बन गया है धृतराष्ट्र, फिल्म आदिपुरुष को लेकर अखिलेश और शिवपाल ने उठाए सवाल

क्या सेंसरबोर्ड बन गया है धृतराष्ट्र, फिल्म आदिपुरुष को लेकर अखिलेश और शिवपाल ने उठाए सवाल

लखनऊ : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने फिल्म आदिपुरुष को लेकर सेंसर बोर्ड पर तल्ख टिप्पणी की है। उन्होंने ट्वीट किया… जो राजनीतिक आकाओं के पैसों से, एजेंडेवाली मनमानी फिल्में बनाकर लोगों की आस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं, उनकी फिल्मों को सेंसरबोर्ड का प्रमाणपत्र देने से पहले, उनके ‘राजनीतिक-चरित्र’ का प्रमाणपत्र देखना चाहिए। क्या सेंसरबोर्ड धृतराष्ट्र बन गया है?

सपा मुखिया ने आगे कहा कि… उत्तर प्रदेश में धार्मिक भावनाएं आहत होने पर जगह-जगह लेखक-निर्देशक व निर्माता के खिलाफ प्रदर्शन व विरोध हो रहे हैं। ऐसी फिल्में भारतीय संस्कृति का जो अपमान कर रही हैं, वो भारतीय समाज सहन नहीं करेगा। भाजपाई राजनीति प्राचीन धर्म व मान्यताओं को अपने फिल्मी प्रवक्ताओं से दूर ही रखे।

शिवपाल सिंह यादव ने किया ट्वीट

वहीं, सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने ट्वीट किया…सस्ते व सतही संवाद वाले सिनेमा के जरिए मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम व उनकी कथा के विराट व प्रेरक चरित्रों को संकुचित करने का प्रयास किया जा रहा है। करोड़ों आस्थावान सनातनी आहत हैं, इस कृत्य के लिए तथाकथित सनातनी भाजपाई देश से माफी मांगे। ये काम ना करो, राम का नाम बदनाम ना करो!