एके-47 लूट प्रकरण: दोषी पाए गए थे तत्कालीन सात इंस्पेक्टर, एक को किया पुलिस सेवा से बर्खास्त
सहारनपुर जनपद में वर्ष 2013 में फल विक्रेता की मौत के बाद देवबंद में हुए बवाल में आरोपियों पर कार्रवाई और लूटी गई एके-47 की बरामदगी न करने के मामले में जांच अधिकारी द्वारा तत्कालीन सात पुलिस इंस्पेक्टरों (निरीक्षकों) को दोषी पाया गया था। इनमें से एक निलंबित निरीक्षक को पुलिस सेवा से पदमुक्त भी किया जा चुका है। इसका पता आईजीआरएस सेल से बजरंग दल के प्रांत संयोजक विकास त्यागी को अब तक हुई कार्रवाई के संबंध में भेजे गए पत्र से हुआ है।
बजरंग दल के प्रांत संयोजक विकास त्यागी ने गत 23 जुलाई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रार्थना पत्र भेजकर देवबंद में हुए बवाल और तत्कालीन एसपी देहात डॉक्टर अनिल कुमार मिश्र के गनर से एके-47 लूटे जाने के मामले को गंभीर व संवेदनशील बताते हुए शासन स्तर से प्रभावी जांच कराए जाने की मांग की थी। मंगलवार को मुख्यमंत्री के विशेष सचिव (आईजीआरएस सेल) की तरफ से जन सुनवाई पोर्टल पर विकास त्यागी को भेजे गए पत्र में कार्रवाई के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई है। जिसमें प्रकरण के बाद से अब तक आरोपियों पर की गई कार्रवाई की जानकारी दी गई है।
साथ ही यह भी बताया गया कि जांच अधिकारी द्वारा तत्कालीन पुलिस निरीक्षक राजीव कुमार यादव, निरीक्षक चरन सिंह, निरीक्षक ब्रजमोहन यादव, निरीक्षक पवन कुमार, निलंबित निरीक्षक उदयपाल सिंह, निरीक्षक सुभाष चंद राठौर एवं निरीक्षक गजेंद्र सिंह को दोषी पाया गया। जिसके आधार पर 25 मार्च 2018 को निरीक्षक पवन कुमार, सुभाष चंद राठौर व गजेंद्र सिंह को परिनिंदा लेख प्रदान किया जा चुका है, जबकि निरीक्षक उदयपाल सिंह को एक फरवरी 2019 को पुलिस सेवा से पदमुक्त किया जा चुका है।