आदर्श विजेन्द्र इन्टीट्युट और एननोबिल आईपी के बीच करार

आदर्श विजेन्द्र इन्टीट्युट और एननोबिल आईपी के बीच करार

गंगोह: आदर्श विजेन्द्र इन्टीट्युट आफ फार्मास्युटिकल साइंसेज के प्रयास एवं पहल के फलस्वरूप शोभित विश्वविद्यालय गंगोह एवं एननोबिल आईपी (Ennoble IP) नोएडा बेस्ड इन्टैलिक्चुयल प्रापर्टी कन्सल्टिंग फर्म के बीच एक समझौता पर हस्ताक्षर किये गये। यह फर्म बौद्धिक सम्पदा को सुरक्षित रखने हेतु कई प्रकार की सेवाएं प्रदान करती है। बौद्धिक सम्पदा शोध कार्य एवं किसी आविष्कार एवं नवाचार को पेटेंट प्रदान करना, ट्रेड मार्क प्रदान करना, कापी राइट प्रदान करना, किसी प्रौजैक्ट का डिजाइन रजिस्टर करना। इन सेवाओं के अतिरिक्त बौद्धिक सम्पदा का व्यापीकरण करने में भी अपनी सेवाएं एवं सलाह प्रदान करती है।

इस समझौते पर हस्ताक्षर डिजिटल माध्यम से ही हुए। कार्यक्रम की शुरूआत नीलाद्रि शेखर घोष, कोर्डिनेटर आईक्युऐसी (IQAC) द्वारा सभी गणमान्य व्यक्तियों के स्वागत के साथ हुई। कार्यक्रम को शोभित विश्वविद्यालय के कुलाधिपति आदरणीय श्री कुॅवर शेखर विजेन्द्र जी की गरिमामयी उपस्थिति ने और भी अधिक विशेष अवसर बना दिया। कार्यक्रम की शुरूआत में फर्म की सी0ई0ओ0 (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) डा0 श्वेता ने अपने विचार प्रकट करते हुए प्रसन्नता व्यक्त की कि आज फम्र एक ऐसे विश्वविद्यालय के साथ जुड़ने जा रही है, जो शोधोन्मुख है। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री कुवर शेखर विजेन्द्र जी ने भी सम्बोधित किया। उन्होने अपने सम्बोधन में सर्वप्रथम सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कुलाधिपति महोदय ने कहा कि आज बहुत ज्याद शोध कार्य हो रहे है। ऐसी स्थिति में शोध कार्याे की नकल करने अथवा उनके चोरी होने का भय बना रहता है। बौद्धिक सम्पदा को पेटेण्ट कराना, काॅपीराइट कराना अथवा अन्य किसी माध्यम से उसे सुरक्षा प्रदान करना ही इस फर्म का मुख्य उद्देश्य है। उन्होनें यह आशा व्यक्त की कि विश्वविद्यालय एवं फर्म के बीच में इस प्रकार का समझौता विश्वविद्यालय के फैकल्टी मेम्बर्स एवं अन्य शोधार्थियों को नई शोध करने एवं उसका पेटेण्ट कराने में मददगार सबित होगा।

कुलाधिपति के सम्बोधन के उपरान्त प्रस्तावित समझौतें पर हस्ताक्षर करके उसे मूर्त रूप प्रदान किया गया। विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव प्रो0 (डा0) महीपाल सिंह ने समझौते पर हस्ताक्षर कियें जबकि फर्म की ओर से फर्म के वाईस प्रेसीडेन्ट मिस्टर दीपक ने हस्ताक्षर कियंे। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 (डा0) डी0के0 कौशिक ने सभी को बधाई दी और अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। विश्वविद्यालय के प्रतिकुल पति प्रो0 (डा0) रणजीत सिंह ने भी अपने सम्बोधन में कहा कि यह हर्ष का विषय है कि विश्वविद्यालय ऐसे समझौतें कर रहा है जो निकट भविष्य में शोध एवं प्रशिक्षण को बढावा तो देंगें ही, साथ ही साथ इसकी गुणवत्ता को बढायेंगें। उन्होने कहा कि इस तरह की पहल से हम शोध के क्षेत्र में नये मानक एवं आयाम स्थापित कर सकते है।