Agra Smart City Project: सिर्फ नाम के काम, सड़कों पर न रोशनी और ट्रैफिक लाइटों का सही इंतजाम
आगरा । स्मार्ट सिटी योजना के तहत सिर्फ नाम के काम हो रहे हैं। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि विभिन्न चौराहों पर सिर्फ खानापूर्ति के लिए स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं। एमजी रोड पांच चौराहों को नौ चौराहों काे छोड़कर किसी भी चौराहों पर इनका अनुपालन नहीं हो हो रहा। सभी चौराहाें पर सिर्फ पीली लाइट चमकती रहती है।
स्मार्ट सिटी के तहत हर चौराहे पर ट्रैफिक लाइटें लगाई गई हैं। ये सभी नगर निगम में 250 करोड़ रुपये लागत से बने कंट्राेल रूम से कनेक्ट हैं। मगर, इनका कोई उपयाेग नहीं हो पा रहा। लाकडाउन से पहले स्मार्ट सिटी के तहत एमजी रोड स्थित हरीपर्वत, सेंट जोंस, राजामंडी, सुभाष पार्क, कलक्ट्रेट, धौलपुर हाउस, साई की तकिया, देवीराम और प्रतापुरा चौराहा पर लाइटों से ट्रैफिक कंट्रोल हो रहा है। इसके अलावा रूई की मंडी, साकेत कालाेनी, पुलिस लाइन, पचकुइयां, मारुति एस्टेट, अवधपुरी, बोदला, कारगिल, शहीद नगर, शास्त्रीपुरम, लोहामंडी, माल रोड, फतेहाबाद रोड, घटिया आजम खां, बिजली घर, जीवनी मंडी, कोठी मीना बाजार मैदान आदि चौराहों पर लगाए गई स्ट्रीट लाइटों का कोई प्रयोग नहीं हो रहा। यहां ट्रैफिक अनियंत्रित ही रहता है। अधिकांश समय यहां जाम की स्थिति बनी रहती है। स्मार्ट सिटी योजना के तहत लगाई गई ये ट्रैफिक लाइटें शोपीस बनी हुई हैं। ट्रैफिक नियंत्रण में इनका कोई उपयोग नहीं हो पा रहा। यहां लोग काफी देर तक जाम में फंसे रहते हैं।