पटना : अग्निपथ योजना को लेकर राज्य में चल रहे विरोध प्रदर्शन को देखते हुए बिहार के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यालयों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। राज्य के करीब एक दर्जन जिलों के भाजपा कार्यालयों में एसएसबी की तैनाती की गई है। जिन जिलों में भाजपा कार्यालय की सुरक्षा बढ़ाई गई है उसमें किशनगंज, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया, मोतिहारी, दरभंगा, नवगछिया, भागलपुर, कटिहार और बांका जिला शामिल हैं। इसके अलावा अन्य जिलों में भी भाजपा कार्यालयों की सुरक्षा बढ़ाते हुए पुलिस बल की तैनाती की गई है। इसके पूर्व शनिवार को गृह मंत्रालय के निर्देश पर डिप्टी सीएम रेणु देवी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के साथ 10 भाजपा नेताओं को वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। भाजपा नेताओं की सुरक्षा में बिहार पुलिस के साथ सीआरपीएफ के जवान भी लगाए गए हैं।

बता दें कि केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर बिहार में तीन दिनों तक हिंसक प्रदर्शन हुए। रविवार का दिन शांतिपूर्वक रहा। विरोध और सुरक्षा को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड आमने-सामने हो गए। शनिवार को बीजेपी के बिहार अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए तो जदूय अध्यक्ष ने बड़ा पलटवार कर दिया। पटना में भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए बिहार भाजपा अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने सीधे-सीधे पुलिस प्रसाशन पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि अगर पुलिस सक्रिय रहती तो तीन जिलों में भाजपा के कार्यलय में आग नहीं लगा दी जाती। इसी के जवाब में ललन सिंह ने संजय पर व्यक्तिगत हमला किया था। उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध को देखते हुए संजय जायसवाल का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। ललन ने कहा था कि उपद्रवियों ने क्यों केवल भाजपा के कार्यालयों को ही नुकसान पहुंचाया यह उनसे पूछना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के कई राज्यों में छात्र विरोध कर रहे हैं। भाजपा अपने शासित स्टेट में उपद्रवियों पर बुलडोजर क्यों नहीं चलवा दे रही। इसी राजनीतिक घटनाक्रम के बाद गृह मंत्रालय ने डिप्टी सीएम समेत 12 नेताओं की सुरक्षा बढ़ा दी थी।