अघ्याना में एक ही दिन में तीन व्यक्तियों की मौत से मचा केाहराहम
नकुड। समीपवर्ती ग्राम अघ्याना में एक ही दिन में दो महिलाओं सहित तीन व्यक्तियों की मौत होने से गांव मे कोहराम मच गया। जबकि बुखार से पीड़ित कई मरीज अभी भी विभिन्न अस्पतालों मे अपना इलाज करा रहे है।
अघ्याना मे बीती रात संजय की पत्नी बबली 42 वर्ष की बुखार से मौत हो गयी। परिजनो के अनुसार बबली को विगत दस दिनों से बुखार था। सहारनपुर के एक निजी अस्पताल मे उसका इलाज चल रहा था। शाम साढे सात बजे उसकी मृत्यु हो गयी। गांव में 40 वर्षीय हरपाल पुत्र साधुराम की भी इलाज के दौरान मृत्यु हो गयी। उसका वह भी कई दिनों से अपना घर पर ही इलाज करवा रहा था। आज सुबह ही अस्सी वर्षीय महिला की भी मृत्यु हो गयी। हांलाकि वृद्धा अपने पुत्र के पास बाहर रह रही थी।
एक ही दिन में तीन व्यक्यिों की मृत्यु से गांव में कोहराम मचा हुआ है। लोग कह रहे हैै कि गाव की सुख शांति को पता नंही किस की नजर लग गयी। दो दिन पहले ही एक किसान राजकुमार की भी बुखार से मुलाना मेडिकल कालेज में मृत्यु हो गयी थी। ग्रामीणो का कहना है कि गांव मे अभी कई लोग बुखार से पिडित है जो विभिन्न चिकित्सको के यंहा अपना इलाज करवा रहे है।
खारीबांस पंहले से ही डेंगू की जद में
गौरतलब है कि क्षेत्र का खारीबांस गांव डेंगु की जद मे है। वंहा एक दर्जन से अधिक लोग डेंगु से पिडित है। जिनमे से चार लोगों को स्वास्थ्य विभाग भी डेंगु की पुष्टि कर चुका है। खारी बांस में एक महिला संगीता की एक सप्ताह पूर्व उपचार के दौरान डेंगु से मौत हो चुकी है। खास बात यह है कि मृतक महिला संगीता का पुत्र वैभव में मनोज भी डेंगु से पिडित है। दोनो का इलाज जिला मुख्यालय पर निजी अस्पताल में चल रहा है। अभी भी गांव में कोई घर ऐसा नंही है जंहा बुखार ने ग्रामीणों को अपनी जद मे न लिया हो।
स्वास्थ्य विभाग के तमाम प्रयासों के बाद भी गांव मे बुखार की स्थिति मे सुधार नंही हुआ है। पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह तो जिला अस्पताल मंे इलाज न मिलने के चलते मजबूरन निजी अस्तपाल मंे इलाज करवा रहे है। सपा के जिला उपाध्यक्ष कंवरपाल राठी ने बताया कि आयुष मंत्री के फोन के बाद भी राजेंद्र सिंह को जिला अस्पताल में इलाज नंही दिया गया। जिसके बाद परिजन उन्हे जिला मुख्यालय पर एक निजी अस्पताल में ले गये। जंहा उनका इलाज चल रहा हैं ।