सैनिकों के बलिदान के बाद आर्मी चीफ के बयान से पाक को याद आया बालाकोट, डरे इमरान ने भारत पर लगाया यह आरोप

सैनिकों के बलिदान के बाद आर्मी चीफ के बयान से पाक को याद आया बालाकोट, डरे इमरान ने भारत पर लगाया यह आरोप

 

  • इमरान खान ने भारत पर आरोप लगाया है कि वह छद्म युद्ध का सहारा ले सकता है
  • पाक पीएम का बयान हंदवारा एनकाउंटर में भारतीय सैनिकों के बलिदान के बाद आया है
  • दरअसल, भारत ने आतंकियों की मदद करने वालोंं के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है
  • संभवतः पाकिस्तान को इस बात का डर है कि भारत बालाकोट जैसा हमला कर सकता है

इस्लामाबाद
जम्मू-कश्मीर में हाल ही में पाक प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ चलाए गए अलग-अलग अभियानों 8 सैनिकों व पुलिसकर्मियों के शहीद होने के बाद भारत ने करार जवाब देने की बात कही है। भारत के इस मजबूत इरादे पर पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के भीतर डर बैठ गया है तभी वह भारत पर आरोप लगा रहे हैं कि वह हालिया घटना को देखते हुए छद्म युद्ध लड़ सकता है। दरअसल, इमरान को सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक याद आ रहा है जब भारत ने उरी व पुलवामा हमले के जवाब में पीओके व पाक में मौजूद आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। इमरान का बयान ऐसे समय में भी आया है जब आज ही घाटी में बुरहान वानी की जगह आतंक का नया चेहरा बने हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर रियाज नायकू को मार गिराया गया है।

भारत के ऐक्शन के पहले पाक की चाल
भारत पाकिस्तान के मंसूबों के खिलाफ कोई ऐक्शन ले इससे पहले ही उसने अंतरराष्ट्रीय जगत की अड्रेस करते हुए नई दिल्ली की नकारात्मक छवि गढ़नी शुरू कर दी। इमरान ने ट्विटर पर लिखा, ‘दक्षिण एशिया में शांति एवं सुरक्षा को भारत द्वारा जोखिम में डाले जाने से पहले अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अवश्य ही कार्रवाई करनी चाहिए।’ कश्मीर में आतंकियों की हालिया हिंसा को इमरान ने स्थानीय घटना करार दिया और कहा कि उसमें पाक की कोई भूमिका नहीं है।

इमरान को बीजेपी से क्या है खुन्नस?
हाल के सालों में देखा गया है जब पाक सरकार भारत की मौजूदा सरकार पर हमले करती है। इसकी आखिर वजह क्या है? इमरान ने ट्विटर पर बीजेपी पर निशाना साधा जो कि केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी है। उन्होंने निशाना साधते हुए कहा, ‘बीजेपी-आरएसएस की तानाशाही की नीति ने गंभीर खतरा पैदा किया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को दक्षिण एशिया की शांति व सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए भारत के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।’

शायद इसकी वजह आतंकवाद के खिलाफ भारत द्वारा लिया गया ऐक्शन है जो कि 2008 के मुंबई अटैक के बाद नहीं देखा गया था। लेकिन उरी और पुलवामा अटैक के बाद भारत ने अपनी मंशा जाहिर कर दी कि अगर हमारे यहां एक मासूम की भी हत्या की गई तो पाक में बैठे आतंकियों को चैन से बैठने नहीं दिया जाएगा, जिन्हें वहां की सरकार व आईएसआई का समर्थन प्राप्त है। भारत की मौजूदा सरकार द्वारा कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाया जाना भी पाक को परेशान कर रहा है और इसलिए इमरान बार-बार भारत विरोधी हमले में आरएसएस-बीजेपी का जिक्र करते हैं।

पाक में सत्ता, विपक्ष दोनों की उड़ गई है नींद
पड़ोसी देश पाकिस्तान में सत्ता ही नहीं बल्कि विपक्ष की भी नींद उड़ी हुई है। और हो भी क्यों न, बालाकोट स्ट्राइक के वक्त पाकिस्तानी वायु सेना देशवासियों को ‘चैन से सो जाओ’ कहते रहे और भारतीय वायु सेना ने उसकी नाक के नीचे आतंकी ठिकानों को उड़ा दिया था। यह वहां के विपक्ष के बयानों से जाहिर होता है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज प्रमुख एवं विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ ने कहा, ‘भारत द्वारा आतंकवादी शिविरों का आरोप लगाए जाने का मतलब पाकिस्तान के खिलाफ दुष्प्रचार को बढ़ाना है।’

भारत के इस बयान से है पाक में डर
इंडियन आर्मी चीफ जनरल एम एम नरवणे ने हंदवारा मुठभेड़ में पांच सैनिकों के बलिदान के बाद कहा कि पाकिस्तान अब भी भारत में आतंकियों को धकेलने के अपने अदूरदर्शी और तुच्छ एजेंडे पर काम कर रहा है। जब तक वह सरकार प्रायोजित आतंकवाद की अपनी नीति नहीं छोड़ता, हम उचित और सटीक जवाब देना जारी रखेंगे। थल सेना प्रमुख ने पीटीआई से बातचीत में कहा कि भारत संघर्ष विराम का उल्लंघन और आतंकवाद का समर्थन करने वाले सभी कृत्यों का करारा जवाब देगा।


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