आकाश आनंद की वापसी के बाद मायावती ने बुलाई पार्टी की अहम बैठक, बसपा के पदाधिकारी होंगे शामिल

लखनऊ। भतीजे आकाश आनंद की बसपा में वापसी के बाद पार्टी सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है। इसमें मंडल व जिला इंचार्ज के साथ ही सभी जिलाध्यक्षों को बुलाया गया है। पार्टी संगठन के कार्यकलापों की समीक्षा करने के लिए बुलाई गई बैठक में आकाश भी शामिल हो सकते हैं।
प्रदेश मुख्यालय में 300 पदाधिकारियों की बैठक संभव
माल एवेन्यू स्थित पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में पूर्वांह्न 11 बजे से होने वाली बैठक में संगठन के लगभग 300 पदाधिकारी भाग ले सकते हैं। वैसे तो वर्ष 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी को नए सिरे से खड़ा करने के लिए मायावती अब प्रतिमाह समीक्षा बैठकें कर रही हैं, लेकिन 16 अप्रैल की बैठक को अहम माना जा रहा है।
बैठक में आकाश की वापसी पर होगा खुलासा
सूत्रों का कहना है कि बैठक में बसपा प्रमुख 41 दिन बाद ही भतीजे आकाश की पार्टी में वापसी के निर्णय के पीछे के कारणों को बारे में पदाधिकारियों को बताएंगी। इसके साथ ही मायावती अब आकाश को नए सिरे से पार्टी का अहम पद सौंपने के बारे में भी स्थिति साफ कर सकती हैं।
ससुर की गलत हरकतों पर हुई थी कार्रवाई
उल्लेखनीय है कि पार्टी के नेशनल कोआर्डिनेटर के साथ ही मायावती के उत्तराधिकारी रहे आकाश को पिछले महीने पार्टी से निष्कासित करने के बाद 25 मार्च को बुलाई गई बैठक में मायावती ने पदाधिकारियों को विस्तार से बताया था कि क्यों उन्होंने आकाश को उसके ससुर डॉ. अशोक सिद्धार्थ की गलत हरकतों के चलते पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया। अब सार्वजनिक तौर पर अपनी गलतियों को मानने के बाद आकाश की पार्टी में वापसी के कारणों को वैसे तो बसपा प्रमुख इंटरनेट मीडिया एक्स पर साझा कर चुकी हैं, लेकिन बुधवार को बैठक में पदाधिकारियों को इस संबंध में विस्तार से बताएंगी ताकि पूरे घटनाक्रम को लेकर जनता के बीच उठते सवालों का वे जवाब दे सकें।
परिवारवाद को लेकर भी उठ रहे सवाल
गौरतलब है कि मायावती परिवारवाद की विरोधी रही हैं और आकाश पर कार्रवाई के दौरान इस बात को उठाया भी था, लेकिन एक बार फिर भतीजे आकाश को मौका देने पर तमाम तरह की चर्चा हो रही है। सूत्रों का कहना है कि परिवारवाद को बढ़ावा देने के आरोपों से खुद को बचाने के लिए बसपा प्रमुख फिलहाल आकाश को संगठन में कोई बड़ा पद देने से बचें, लेकिन मायावती के भाई आनंद की पार्टी में हैसियत को देखते हुए आकाश आनंद को भी अहम जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।