जोधपुर। जोधपुर के सूरसागर क्षेत्र में मंगलवार शाम दो समुदाय के युवकों के बीच कहासुनी के बाद मारपीट की घटना हुई जिस ने तूल पकड़ लिया जिसके बाद देखते ही देखते तनाव इतना बढ़ा की पांच थानों की पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा। जोधपुर के सुर सागर थाना क्षेत्र में एक मिठाई की दुकान के समीप कहासुनी के बाद दो युवक एक अन्य युवक भिड़ गए, जिसके बाद मामला बढ़ गया।

सीसीटीवी फुटेज में मौके पर पहुंचे एक पुलिस वाले के द्वारा झगड़ते युवकों को छुड़ाते हुए देखा जा सकता है, जिसके बाद दोनों ही समुदाय के लोग बाहर आए लेकिन मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाला और दोनों ही पक्षों के लोगों से मिलकर शांति कायम करने की अपील की है। 2 लोगों के घायल होने के समाचार है। वही दोनों पक्षों के लोगों के साथ शांति वार्ता जारी है और 3 लोगों को इस मामले में अभी तक हिरासत में लिया गया है। स्थिति को देखते हुए मौके पर प्रताप नगए, प्रताप नगर सदर, सूरसागर मंडोर, उदय मंदिर थाना क्षेत्र की पुलिस पहुंची है साथ सीआरएसी का जाब्ता भी लगाया गया है।

धारा 144 लगाई गई

घटना की जानकारी मिलते ही तत्काल प्रभाव से पुलिस के आला अधिकारी और पांच थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को कंट्रोल किया इसके साथ ही शांति बहाली के लिए लोगों को घरों में रहने और अतिरिक्त जाब्ता भी तैनात किया गया है वही एहतियात के तौर पर जोधपुर के सूट जागरण थाना क्षेत्र में और संबंधित इलाके में धारा 144 लागू की गई है जिसमें कि 5 से अधिक लोगों को एक स्थान पर एकत्रित होने की मनाही है

इस घटना पर डीसीपी राजस्थान पश्चिम, वंदिता राणा ने बताया कि यह कुछ लड़कों के बीच लड़ाई थी। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है। संवेदनशीलता को देखते हुए किए इंतजाम किए गए हैं।

इस वजह से हुआ विवाद

जोधपुर के सूरसागर रूपावतों बेरा के समीप पानी के कैंपर खाली करने आई एक टैक्सी किसी अन्य वाहन से भीड़ गई, जिसको लेकर कहासुनी हुई और कहासुनी मारपीट में तब्दील हुई और दो पक्षों का झगड़ा दो समुदाय में बट गया।

संवेदनशील माना जाता रहा है यह क्षेत्र

जोधपुर का सूरसगर का यह क्षेत्र पहले भी संवेदनशील रहा है जहां मुस्लिम बहुल इलाकों के द्वारा हिंदू बहुल क्षेत्र में पत्थरबाजी और मारपीीट की घटना होती रहीी है इसको लेकर वैसे तो पुलिस हमेशा ही अलर्ट मोड पर रहती है यही वजह है घटनाक्रम के शुरू होते ही पुलिस का जाब्ता यहां पहुंच गया जिससे कोई बड़ा हादसा नहीं हो सका।