रामपुर-आजमगढ़ में सपा की हार के बाद सहयोगी दलों का अखिलेश पर हमला जारी, ओवैसी बोले- भाजपा को नहीं हरा सकते अहंकारी

- हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आजमगढ़ और रामपुर उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के गढ़ में भाजपा की जीत के बाद अखिलेश यादव पर हमला तेज कर दिया। ओवैसी ने कहा कि समाजवादी पार्टी तो भाजपा के खिलाफ लगातार सरेंडर कर रही है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पांच से तीन लोकसभा सीट पर सिमटने वाली समाजवादी पार्टी पर सहयोगी दलों का हमला जारी है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के बाद अब आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने लोकसभा उप चुनाव में रामपुर तथा आजमगढ़ को गंवाने वाली समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को अहंकारी कहा है। ओवैसी ने कहा कि भाजपा को अहंकारी नहीं हरा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में रामपुर तथा आजमगढ़ लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद जहां भारतीय जनता पार्टी के नेता तथा कार्यकर्ता जश्न मना रहे हैं, वहीं विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के मुखिया पर जोरदार हमला कर रहे हैं। हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आजमगढ़ और रामपुर उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के गढ़ में भाजपा की जीत के बाद अखिलेश यादव पर हमला तेज कर दिया। ओवैसी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी तो भाजपा के खिलाफ लगातार सरेंडर कर रही है। समाजवादी पार्टी हाल में ही सम्पन्न विधानसभा चुनाव में भाजपा के सामने बड़ी चुनौती बनकर उभरी थी, लेकिन विधान परिषद चुनाव के बाद अब लोकसभा उप चुनाव में सपा अपने गढ़ ही गंवा बैठी है। ओवैसी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष बेहद ही अहंकारी हैं। उपचुनाव में मिली हार निस्संदेह पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है। आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख ओवैसी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता की आलोचना करते हुए रामपुर तथा आजमगढ़ की हार को तो अखिलेश यादव के अहंकार की हार बताया है।
ओवैसी ने कहा कि अखिलेश यादव इतने अहंकारी हैं। वह आजमगढ़ से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद वहां के लिए गंभीर नहीं थे। 2014 में तो उनके पिता मुलायम सिंह यादव उस सीट से सांसद थे। 2019 में अखिलेश यादव सांसद बने, लेकिन उन्होंने इस सीट को छोड़ दिया। आजमगढ़ लोकसभा सीट के इस्तीफा देने के बाद उनको वहां पर जम जाना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। इतना ही नहीं पहले घोषित प्रत्याशी को चंद दिन में ही बदल दिया। कम से कम आजमगढ़ के लोगों को अपनी सीट छोडऩे का कारण बताने के साथ ही प्रत्याशी का प्रचार करना उनका फर्ज था। आजमगढ़ जिले की दसों विधानसभा सीट सपा के पास हैं, लेकिन पार्टी लोकसभा का उप चुनाव हार गई।
हैदराबाद के सांसद ने समाचार एजेंसी से कहा कि उत्तर प्रदेश उपचुनाव के नतीजे बताते हैं कि अब समाजवादी पार्टी तो भाजपा को हराने में असमर्थ है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की भावना का सम्मान नहीं कर रहे हैं। वह मनमानी कर रहे हैं। अल्पसंख्यक समुदाय को ऐसी अक्षम पार्टियों को वोट नहीं देना चाहिए।
ओवैसी ने कहा कि रामपुर तो सपा के कद्दावर नेता आजम खां का गढ़ है। इसके बाद भी समाजवादी पार्टी को वहां पर पराजय झेलनी पड़ी है। अब पार्टी को नए सिरे से हार का मंथन करना होगा और भाजपा से मुकाबला करने के लिए नई रणनीति बनानी होगा। ओवैसी ने कहा कि भाजपा अभी अजेय नहीं हो गई है, उसको एकजुट होकर हराया जा सकता है।