यशोदा अस्पताल में युवक की मौत के बाद हंगामा, किसान यूनियन और समाजिक संगठनों का धरना, CMO पहुंचे मौके पर

गाज़ियाबाद [24CityNews]। मुजफ्फरनगर निवासी 35 वर्षीय उज्ज्वल राठी की यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कौशांबी में कथित तौर पर इलाज में लापरवाही के कारण मृत्यु हो गई। इस घटना के विरोध में सोमवार को राष्ट्रीय त्यागी भूमिहार ब्राह्मण समाज समिति और भारतीय किसान यूनियन सहित कई संगठनों के कार्यकर्ताओं ने अस्पताल के बाहर ज़ोरदार प्रदर्शन किया और अस्पताल का घेराव किया।
बताया जा रहा है कि उज्ज्वल राठी को 26 मई को हर्निया के ऑपरेशन के लिए यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ऑपरेशन के बाद 2 जून की तड़के 1:31 बजे उसकी मृत्यु हो गई। परिजनों ने इलाज में गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उसी दिन अस्पताल का घेराव किया था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा, लेकिन रिपोर्ट में मौत का स्पष्ट कारण सामने न आने पर बिसरा संरक्षित किया गया है।
सोमवार को एक बार फिर नाराज़ परिजन और किसान यूनियन के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में अस्पताल के बाहर इकट्ठा हुए। मौके पर पहुंचे गाजियाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. आशुतोष मोहन ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने का प्रयास किया और जिला अधिकारी से बात कर मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए। इस दौरान स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए पुलिस बल को तैनात किया गया था, जिसकी अगुवाई स्थानीय ACP कर रहे थे।
राष्ट्रीय त्यागी ब्राह्मण समाज समिति के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने और गैर इरादतन हत्या (IPC की धारा 304A) के तहत केस दर्ज करने की मांग की। समिति ने कहा कि वह समाज के हर पीड़ित के लिए न्याय की लड़ाई लड़ती रहेगी।
इस घटना पर अस्पताल प्रबंधन ने 2 जून को सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर बताया था कि मरीज की जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए गए, लेकिन परिजन अस्पताल की सफाई से संतुष्ट नहीं हैं।