अवैध शराब के कारोबारियों के विरूद्ध गैंगस्टर और एनएएस में कार्यवाही की जाए: मण्डलायुक्त

- सड़क के किनारे बने ढाबों की पुसिल व प्रशासनिक अधिकारी नियममित जांच करें: एवी राजमौलि
सहारनपुर [24CN] । मण्डलायुक्त ए. वी. राजमौलि ने जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए कि वह अपने-अपने जनपदों के उप जिलाधिकारियों और पुलिस उपाधीक्षकों से इस आश्य का प्रमाण पत्र ले कि उनके क्षेत्र में कहीं भी अवैध शराब का उत्पादन और बिक्री नहीं होती है। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में नियमित रूप से होटल, सड़क के किनारों के ढाबों की नियमित जांच करें।
मंडलायुक्त एवी राजमौलि ने आज इस आश्य के आदेश मण्डल के सभी जिलाधिकारयों और पुलिस अधिकारियों को जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि अवैध शराब की बिक्री रोकने के लिए आबकारी विभाग पुलिस अधिकारियों से समन्वय बनाकर प्रभावी कार्यवाही करें। उन्होंने निर्देश दिए कि अवैध शराब के सम्बन्ध में क्षेत्रीय लेखपाल, संग्रह अमीन,ग्राम पंचायत के ग्राम स्तरीय कर्मी और चौकीदार से सूचना संकलित कराई जाए।
उन्होंने कहा कि यदि इन कर्मियों द्वारा कोई सूचना उपलब्ध नहीं कराई जाती है, तो अवैध शराब की बिक्री अथवा उत्पादन की घटना संज्ञान में आती है। ऐसे कर्मियों का उत्तरदायित्व निर्धारित किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि पूर्व में आबकारी सम्बधिंत वादों में आरोपित व्यक्तियों की गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जाए। समय-समय पर इनके कार्यस्थल पर अवैध शराब की जानकारी की जांच की जाए।
उन्होंने कहा कि होली, पंचायत चुनाव, शबेरात और रमजान को देखते हुए अगले एक माह तक अवैध शराब के विरूद्ध सघन अभियान चलाया जाए। मण्डलायुक्त ने कहा कि अवैध शराब के कारोबार में लगे माफियाओं की सम्पत्ति जब्त की जाए और उन्हें गैंगस्टर और एन.एस.ए. में निरूद्ध किया जाए। उन्होंने कहा कि समय-समय पर आबकारी और पुलिस विभाग के अधिकारी संयुक्त अभियान चला कर अवैध शराब कारोबारियों पर अंकुश लगाएं। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि दोनों विभाग के अधिकारी संयुक्त रूप से सरकारी शराब के ठेकों की जांच करें। उन्होंने कहा कि जहां भी कोई संदिग्ध तरीके की शराब मिलती है तो ऐसे ठेकों को तत्काल निरस्तीकरण की कार्यवाही की जाए।