आरोपित और अंजलि एक-दूसरे को नहीं जानते थे, कंझावला केस पर दिल्ली पुलिस का बयान

आरोपित और अंजलि एक-दूसरे को नहीं जानते थे, कंझावला केस पर दिल्ली पुलिस का बयान
  •  दिल्ली पुलिस ने कंझावल केस को लेकर गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कुछ और खुलासे किए हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपित अपने बयान बदल रहे हैं। कई और सीसीटीवी की जांच की जा रही है।

नई दिल्ली : नव वर्ष पर बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी थाना क्षेत्र में हुए सड़क हादसे में युवती की मौत के मामले में लगातार नए तथ्य सामने आ रहे हैं। ताजा मामले में दिल्ली पुलिस ने आज गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कुछ और नए खुलासे किए हैं। पुलिस के मुताबिक, आरोपितों के बयान में विरोधाभास देखने को मिल रहा है।

केस पर पुलिस की 18 टीम कर रही काम

पुलिस के मुताबिक, कई और सीसीटीवी की जांच की जा रही है। मामले में मजबूत चार्जशीट बनाई जाएगी। अभी फोरेंसिक और पोस्टमार्टम की फाइनल रिपोर्ट आनी बाकी है। आरोपित और अंजली एक-दूसरे को नहीं जानते थे। वारदात में दो और लोग शामिल हैं। केस के खुलासे के लिए 18 टीम लगी हुई हैं। आरोपितों को कोर्ट में पेश कर रिमांड बढ़ाने की मांग की जाएगी।

पुलिस के बयान की प्रमुख बातें-

  • आरोपित और अंजलि एक-दूसरे को नहीं जानते थे। उनका पुराना लिंक अभी तक नहीं मिला है।
  • आरोपियों के बयान में विरोधाभास है।
  • गाड़ी अमित चला रहा था। इसके हमारे पास साक्ष्य हैं। आई विटनेस के बयान 164 के तहत दर्ज किए जा चुके है।
  • अभी फाइनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट आनी बाकी है।
  • कई सीसीटीवी फुटेज की जांच चल रही है।
  • सेक्शुअल असाल्ट नहीं हुआ है।
  • हम अन्य पहलुओं की जांच कर रहे हैं।
  • कोर्ट से आरोपितों की रिमांड बढ़ाने की मांग करेंगे।
  • दो और आरोपित को भी अरेस्ट करेंगे।
  • पुलिस मजबूत चार्जशीट बनाएगी।
  • पोस्टमार्ट रिपोर्ट से पता चलेगा कि आगे क्या होगा।
  • मामले में आशुतोष और अंकुश खन्ना नाम के दो और आरोपित हैं।
  • पुलिस जल्द चार्जशीट दायर करेगी।
  • कैस पर पुलिस की 18 टीम काम कर रही हैं।

कार के एक्सेल में बुरी तरह फंसा था अंजलि का पैर

सुल्तानपुरी कांड में फोरेंसिक जांच में सामने आया कि युवती अंजलि का एक पैर कार के एक्सेल में बुरी तरह फंस गया था, जबकि दूसरा पैर सड़क पर रगड़ खाते-खाते क्षत-विक्षत हो गया।

गुनाहगारों के लिए फांसी मांग रहे ग्रामीण

अंजलि के गुनाहगरों को सजा देने की मांग वैसे तो पूरी दिल्ली में तेजी से उठ रही है, लेकिन कंझावला व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के लोग इसे लेकर तल्ख रुख अपनाए हुए हैं। उनकी मांग है कि उन दोषियों को फांसी से कम सजा नहीं होनी चाहिए।

क्षेत्र के लोगों का कहना है कि ऐसे लोग समाज पर कलंक हैं और उन्हें समाज में रहने का हक नहीं है। इससे समाज में उदाहरण पेश होगा। लोगों ने कहा कि इस हादसे के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकलने में डरेंगे कि कब कोई वाहन की वजह से हादसे हो जाए।