लापरवाह बेसिक शिक्षा अधिकारियों की जवाबदेही तय होगी – मण्डलायुक्त
- शत-प्रतिशत बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराना हमारा दायित्व – ए0वी0राजमौलि
सहारनपुर [24CN] : मण्डलायुक्त श्री ए0वी0राजमौलि ने मण्डल के तीनों जनपदों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे अपनी कार्य संस्कृति में बदलाव लाये। उन्होंने कहा कि अपने कर्तव्यों का भली प्रकार से निवर्हन न करने वालों की जवाबदेही तय होगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि बेसिक शिक्षा अधिकारी शत-प्रतिशत बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न माध्यमों से आच्छादित करें।
उन्होंने कहा कि उनके औचक निरीक्षण में किसी भी स्तर पर लापरवाही पाई गई तो सम्बंधित के विरूद्ध कार्यवाही करने में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जायेंगा। उन्होने कहा सिर्फ कागजी कार्यवाही न करें, कार्य धरातल पर दिखाई देना चाहिए।
श्री ए0वी0राजमौलि आज यहां अपने कैम्प कार्यालय कक्ष से मिशन प्रेरणा के मण्डलीय कार्यों की वर्चुअल समीक्षा कर रहे थे। उन्होने टास्कफोर्स के सदस्यों को विद्यालय में छात्रो के शैक्षिक स्तर को बढाने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि विद्यालय में टाईल्स, विद्युतीकरण, पेयजल, शौचालय के आंकडेबाजी न करें। उन्होने कहा कि उनके द्वारा विद्यालय के निरीक्षण के समय आवश्यक भौतिक संसाधनों में कमी पायी गयी है कई विद्यालयों में शौचालय क्रियाशील नही पाये गये है।
उन्होनें कहा कि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं अध्यापक अपनी जिम्मेदारी समझे अन्यथा जवाबदेही तय की जायेगी। उन्होनेे कहा कि अप्रैल 2021 से मण्डल में 01 विकासखण्ड को चयनित कर बारी-बारी से समस्त विद्यालयों का एक साथ विभिन्न अधिकारियों द्वारा निरीक्षण कराया जायेगा। उन्होने कहा यदि स्थलीय निरीक्षण में सत्यापन में कमिया पायी गयी तो सम्बन्धित खण्ड शिक्षा अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। इसलिये मार्च माह में सभी कमियों को मानक के अनुरूप पूर्ण कर लिया जाये।
मण्डलायुक्त ने कहा कि पढाई की औपचारिकता न करें, शिक्षण के परिणाम पर भी ध्यान दें। उन्होने कहा बच्चों को बेहतर सुविधा देने के साथ-साथ उनके शिक्षा स्तर को भी बढाना है। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में पढ़ाई के लिए शैक्षिणक योजना बनाई जाए जिससे विद्यालय में नामांकित सभी बच्चों को किसी न किसी साधन से पढ़ाई कराई जा सकें। उन्होने कहा कि बच्चों की क्षमता व उनकी रूची के अनुरूप उन्हे प्रोत्साहित कर उसी क्षेत्र में बढने में सहयोग किया जाए। उन्होने कहा बच्चों को जो पढाया जा रहा है उसका अर्थ भी समझाया जाए। उन्होने कहा लाइबे्ररी को व्यवस्थित तरीके से रखते हुए बच्चों को अच्छी-अच्छी किताबें मुहैया कराई जाएं। जिससे उनका बौद्धिक विकास हो सकें।
बैठक में सहायक निदेशक बेसिक श्री योजराज सिंह, मण्डलीय समन्वयक नीरज प्रताप सिंह तथा वर्चुअल डाॅयट प्राचार्य श्री राज सिंह यादव, अपर शिक्षा निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, उपनिदेशक पंचायती राज श्री हरिकेश बहादुर, जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती आशा त्रिपाठी, उपनिदेशक दिव्यांगजन सशक्तिकरण, उपमुख्य परीवीक्षा अधिकारी उपस्थित रहे।