छात्रों का रूचि के अनुसार बेहतर शिक्षा एवं मार्गदर्शन उपलब्ध कराया जाए: मण्डलायुक्त

सहारनपुर में अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश देते मंडलायुक्त।
सहारनपुर [24CN] । मण्डलायुक्त श्री ए. वी. राजमौलि ने कहा कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना का मकसद ऐसे आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की मदद करना है जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं। उन्होने कहा कि इस पुनीत कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्होने डॉयट प्राचार्य के बैठक में उपस्थित न होने पर उनका स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए। मंडलायुक्त ए. वी. राजमौलि आज शासन स्तर से मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना की समीक्षा के बाद अपने कार्यालय कक्ष में अधिकारियों को यह निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि बच्चों को ऑफलाईन और ऑनलाईन पढाई में कोई दिक्कत तो नहीं आ रही है इसे भी सुनिश्चित कर आवश्यक कार्यवाही की जाए। उन्होने कहा कि प्रतिदिन चलायी जा रही कक्षाओं को यू-टयूब चौनल पर भी अपलोड किया जाए। उन्होंने कहा ग्रामीण क्षेत्र तथा निर्बल आय के परिवारों के मेधावी बच्चों को नि:शुल्क प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी कराने के उद्देश्य से ही योजना का संचालन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजीकृत छात्र अभ्युदय योजना की वेबसाईट पर जाकर अपने लॉगइन और पासवर्ड से ऑनलाईन कक्षाओं से जुड सकते है।
मण्डलायुक्त ने कहा कि सरकार की मंशा है कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए युवाओं को प्रदेश में ही उनके घरों के पास कोचिंग की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जाए। जबकि पिछले यूपीएससी की परीक्षा के दौरान उत्तर प्रदेश के अपेक्षाकृत कम युवाओं को सफलता मिली थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रतिभाशाली युवाओं को बेहतर कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराए जाने को ध्यान में रखते हुए आर्थिक रूप से कमजोर युवाओं को बेहतर अवसर दिलाये जाने के लिए यह योजना शुरू की गई हैं। ताकि उत्तर प्रदेश से अधिक से अधिक युवा बड़ी-बड़ी परीक्षाओं में सफलता हासिल कर सकें। इस अवसर पर संयुक्त विकास आयुक्त सुनील कुमार श्रीवास्तव, समाज कल्याण अधिकारी आनन्द कुमार सिंह, केन्द्रीय व्यवस्थापक अमरीश शास्त्री उपस्थित रहे।
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