‘अब्दुल भाई, यहां JCB लगा दूंगा ये सब उठ जाएगा’, सरकारी जमीन पर कब्जा हटवाने पहुंचे BJP MLA
![‘अब्दुल भाई, यहां JCB लगा दूंगा ये सब उठ जाएगा’, सरकारी जमीन पर कब्जा हटवाने पहुंचे BJP MLA](https://24city.news/wp-content/uploads/2025/02/ravi-negi-1739531635.webp)
नई दिल्ली: दिल्ली की पटपड़गंज विधानसभा सीट से AAP प्रत्याशी अवध ओझा को हराकर विधायक चुने गए रविंद्र सिंह नेगी उर्फ रवि नेगी ने सरकार के गठन से पहले ही एक्शन लेना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में नेगी उन इलाकों का दौरा कर रहे है जहां की सरकारी जमीनों पर लोगों ने कब्जा किया हुआ है। रविंद्र सिंह नेगी गुरुवार को खिचड़ीपुर के DDA पार्क में पहुंचे और पार्क पर कब्जा करने वालो को 2 से 3 दिन में जमीन खाली करने की हिदायत दी। रविन्द्र नेगी ने इंडिया टीवी से बातचीत में बताया कि 12 साल से इस पार्क पर कब्जा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने इस पार्क पर कब्जा करवाया था।
‘अपने लड़कों से कह देना यहां कुछ नहीं चलेगा’
पार्क में कब्जा खाली करवाने पहुंचे नेगी एक वीडियो में कहते दिख रहे हैं, ‘या तो जमीन खाली कर देना 2-4 दिन में नहीं तो बहुत बड़ी कार्रवाई होगी, फिर आपका पूरा जीवन लग जाएगा उस कार्रवाई में। इसे बिल्कुल खत्म करवाइए और जो यहां नशा-पत्ती चल रहा है न यह भी बंद करवा देना। अपने लड़कों से कह देना यहां कुछ नहीं चलेगा। मैंने आपको बता दिया कि यह सरकारी जमीन है और यह खाली चाहिए। ऐसा नहीं हुआ तो फिर जेसीबी लग जाएगी यहां पर।’ इसी बीच किसी ने कहा कि इससे (जमीन पर कब्जा करने वाले से) कई बार बोला है लेकिन यह मानता नहीं है।
‘अब्दुल भाई, यहां JCB लगा दूंगा ये सब उठ जाएगा’
रवि नेगी जब उस शख्स का नाम पूछते हैं, तो वह जवाब में अपना नाम अब्दुल रहीम बताता है। इसके बाद वह कहते हैं, ‘अब्दुल भाई, यहां JCB लगा दूंगा ये सब उठ जाएगा। सरकारी जमीन पर बैठे हैं आप DDA की। भारत सरकार की जमीन है, किसी की हिम्मत नहीं है कि यहां कब्जा कर ले। आपको मैं पहले प्यार से समझा रहा हूं भाई के नाते। यह सब 2-3 दिन के अंदर समेट लो अपना। नहीं तो JCB बुलाऊंगा और कर दूंगा सब तामझाम। ठीक है न।’ इसके जवाब में अब्दुल रहीम ‘ठीक है, सर’ कहता है। बता दें कि नेगी आजकल दुकानों पर नेम प्लेट लगाने के अभियान में भी है। इसके बारे में पूछने पर वह कहते है, ‘त्योहारों में नेम प्लेट लगाने में क्या बुराई है? नाम छुपाकर दुकान कोई क्यों चलाए?’