AAP की नसीहत, क्षेत्रीय सहयोगियों के प्रति ज्यादा अनुकूल हो कांग्रेस; तभी बनेगी बात

AAP की नसीहत, क्षेत्रीय सहयोगियों के प्रति ज्यादा अनुकूल हो कांग्रेस; तभी बनेगी बात

नई दिल्ली। विपक्षी गठबंधन आइएनडीआइए की बुधवार को होने जा रही महत्वपूर्ण बैठक से पहले आम आदमी पार्टी (आप) ने कांग्रेस को राज्यों में क्षेत्रीय दलों के प्रति अधिक अनुकूल होने की वकालत की है।

आप के एक वरिष्ठ नेता ने सोमवार को दावा किया कि राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के नतीजों से पता चलता है कि हिंदी क्षेत्र में जनता में काफी कांग्रेस विरोधी भावना है।

तीन राज्यों के नतीजे बताते हैं कि उत्तर भारत में कांग्रेस विरोधी भावना काफी है। आप के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन (आइएनडीआइए) का उद्देश्य लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराना है, इसलिए कांग्रेस को उन राज्यों में क्षेत्रीय दलों को अधिक जगह देनी चाहिए जहां वे भाजपा से लड़ने के लिए बेहतर स्थिति में हैं।

रविवार को घोषित नतीजों में भाजपा ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव जीत लिया, जो लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को झटका है।आप नेता ने कहा कि जहां भी हम चुनाव लड़ते थे, कांग्रेस हम पर ऐसी पार्टी होने का आरोप लगाती थी जो उनके वोट काटती थी।

पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में अपनी दृश्यता न्यूनतम रखी थी, जहां हमने विधानसभा चुनाव लड़ा था ताकि कांग्रेस की संभावनाएं बेहतर बनी रहें, लेकिन कांग्रेस अपने दावों पर खरी नहीं उतरी।

दो राज्यों में है AAP की सरकार

आप नेता जैस्मीन शाह ने रविवार को एक्स पर एक पोस्ट के साथ कटाक्ष किया था कि आज के नतीजों के बाद आम आदमी पार्टी दो राज्य सरकारों पंजाब और दिल्ली के साथ उत्तर भारत में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी बनकर उभरी है। जस्मिन शाह ने एक्स पर एक पोस्ट कर कही गई बातों का समर्थन किया था।

जिसमें कहा गया था कि आम आदमी पार्टी ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में अपनी पूरी ताकत से चुनाव नहीं लड़ी।लोग कहते थे कि आम आदमी पार्टी कांग्रेस का वोट कटती है और जहां जाती है वहां कांग्रेस का नुकसान होता है, लेकिन आइएनडीआइए बनने के बाद आम आदमी पार्टी ने चुनाव छोड़ दिया। जबकि उनका सगठन बन गया था।

इस बार इन तीनों राज्यों में कांग्रेस का सीधा मुकाबल भाजपा से था, लेकिन कांग्रेस एक भी राज्य नहीं बचा पाई।इससे क्या अब ये संदेश साफ है कि कांग्रेस देश में विकल्प के तौर पर नहीं बची है।

छह दिसंबर को आइएनडीआइए की बैठक में लोकसभा चुनाव से पहले की रणनीति पर चर्चा होने की संभावना है। आप से राज्यसभा सदस्य सुशील गुप्ता ने कहा कि बैठक में भविष्य की रणनीति तय की जाएगी जबकि सीट बंटवारे पर बातचीत बाद में होगी।


विडियों समाचार