शोभित विश्वविद्यालय, गंगोह के स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट एंड लैंग्वेजेज विभाग में शिक्षा के क्षेत्र में एक अनूठी पहल

गंगोह [24CityNews] : शोभित विश्वविद्यालय, गंगोह ने शिक्षा के क्षेत्र में बालिकाओं को प्रोत्साहित करने हेतु एक सराहनीय पहल की है, जिसकी सभी ने भूरी-भूरी प्रशंसा की है। शैक्षिक सत्र 2025-26 में स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट एंड लैंग्वेजेज विभाग में बी.ए. कार्यक्रम में सिर्फ बालिकाओं को एडमिशन देने का निर्णय किया है, ताकि आसपास के ग्रामीण परिसर एवं प्रदेश के सभी शहरों में जहां बालिकाओं का शिक्षा के माध्यम से सर्वांगीण विकास नहीं हो पा रहा है, वहां सभी बालिकाएं अब शोभित विश्वविद्यालय के बी.ए. कार्यक्रम का हिस्सा बनकर न सिर्फ स्वयं को एक आदर्श नागरिक बना सकती हैं, अपितु भविष्य में रोजगार के स्वर्णिम मार्ग खोल सकती हैं। स्कूल ऑफ लिबरल आर्ट एंड लैंग्वेजेज की डीन एंड हेड प्रो.(डॉ.) गुंजन अग्रवाल का कहना है, कि यह एक विशेष अवसर है जब स्कूल के द्वारा एनईपी 20-20 लागू किया जा चुका है, जिसमे सभी छात्राएं अपनी पसंद के विषयों का चयन कर सकेंगी। आर्ट्स के साथ साइंस, कंप्यूटर, लाइफ स्किल्स एवं अन्य धारा के विषयों का भी चयन कर सकेगी। स्कूल के द्वारा आयोजित मासिक सामान्य ज्ञान प्रतियोगिताएं उनके सामान्य ज्ञान तथा तर्क शक्ति को अपडेट रखेंगी। शैक्षिक भ्रमण, भाषा लैब और कंप्यूटर लैब में मिला प्रयोगात्मक ज्ञान इत्यादि बालिकाओं को मानसिक रूप से सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करेंगे।
आज कल दिल्ली एनसीआर में बी.ए. तथा लिबरल आर्ट्स के प्रति बढ़ते हुए रुझान को देखते हुए विश्वविद्यालय के द्वारा देश हित एवं समाज कल्याण के क्षेत्र में यह एक सराहनीय कदम है।
इस अवसर पर शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह एवं कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह निर्णय हमारे समाज में बालिकाओं को उच्च शिक्षा की ओर प्रोत्साहित करने वाला एक सकारात्मक प्रयास है। आज जब कई क्षेत्रों में महिलाएं पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं, तब शिक्षा के क्षेत्र में उन्हें प्राथमिकता देना आवश्यक है, खासकर ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में जहां अभी भी बालिकाओं की उच्च शिक्षा को उतना समर्थन नहीं मिलता।