जम्मू: माता वैष्णो देवी मंदिर के नीचे त्रिकुटा पहाड़ियों के जंगलों में शाम को संदिग्ध परिस्थितियों में भीषण आग लग गई। हालांकि सुबह होने तक दमकल विभाग के कर्मचारियों ने वायु सेना की मदद से लगभग पर आग पर काबू पा लिया है। अभी भी कहीं-कहीं से धुआं निकल रहा है। आग को पूरी तरह से काबू पाने के लिए काम किया जा रहा है। आग पर तुरंत काबू पाने के लिए जिला प्रशासन ने भारतीय वायुसेना के दो हेलीकॉप्टरों की भी मदद ली है। हैलीकाप्टरों ने सलाल बांध से पानी भरकर आग पार छिड़का जिसकी वजह से समय रहते आग पर काबू पाया जा सका। श्राइन बोर्ड के फायरमैन, दमकल विभाग के कर्मचारियों समेत करीब 200 से अधिक लोग इस अभियान में जुटे हुए हैं।

ये आग पैंथल रोड स्थित हेलीकाप्टर बेस के ऊपर वाले इलाके में लगी थी। इस वजह से कटरा से सांझी छत जाने वाली हेलीकॉप्टर सेवा को भी बंद कर दिया गया था। एहतियात के तौर पर हेलीकॉप्टर कंपनियों हिमालय और ग्लोबल वेक्ट्रा ने लैंडिंग बेस को माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय में स्थानांतरित कर दिया था। हालांकि आज सुबह आग पर काबू पा लिए जाने के बाद हेलीकाप्टर सेवा सामान्य रूप से बहाल कर दी गईं है।

डीएफओ रियासी, डॉ जतिंद्र सिंह ने बताया कि आग लगने के कारणों का फिलहाल अभी पता नहीं चल पाया है। यह पता चला है कि आग बाणगंगा से सटे रिज क्षेत्रों से शुरू हुई। बाद में यह बढ़ते हुए कटरा हेलीपैड के पास के जंगल तक पहुंच गई। जंगल की आग अक्सर ट्रेकर्स की लापरवाही से शुरू होती है। ये लोग ट्रेकिंग के दौरान आग को जलता हुए छोड़ देते हैं जो बाद में फैल जाती है।