ट्रासंजेण्डर समुदाय के प्रति लोगों के नजरिये में बदलाव जरूरी – श्रीमती सुमिता

सहारनपुर [24CN] । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव/न्यायिक अधिकारी (वरिष्ठ) श्रीमती सुमिता ने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने प्रतिपादित किया है कि ट्रासंजेण्डर समुदाय को **third gender** के रूप में संवैधानिक मान्यता दी गई है। उन्हे वे ही मौलिक अधिकार प्राप्त है जो संविधान द्वारा प्रत्येक नागरिक को प्रदान किये गए है। उन्होंने कहा कि यह एक विडम्बना है कि ट्रासंजेण्डर समुदाय के प्रति अभी भी लोगों के नजरिये में बदलाव नहीं देखा जा रहा है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्षध्जिला जज श्री सर्वेश कुमार के मार्ग दर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकारण की सचिवध्न्यायिक अधिकारी (वरिष्ठ) श्रीमती सुमिता ने आज जया इण्टर काॅलेज, मौहल्ला तकिया में जागरूकता शिविर में यह बात कही। उन्होंने कहा कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने नालसा बनाम यूनियन ऑफ इंडिया के विधिक निर्णय में ट्रासंजेण्डर समुदाय को **third gender** के रूप में संवैधानिक मान्यता दी गयी है। उन्होंने कहा कि समाज के नजरिये में बदलाव के लिए पहल स्वयं ट्रासंजेण्डर समुदाय को करनी होगी। ट्रासंजेण्डर समुदाय स्वयं को सुरक्षित व सम्मानित समझे इसके लिए उनके स्वालम्बन के लिए पहल करनी होगी।
शिविर में उपस्थित डूडा अर्बन श्री अनुज प्रताप सिंह, संतोष कुमार प्रबन्धक डूडा एवं श्री दलगंजन सिंह जिला प्रबन्धक राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन सहारनपुर ने ट्रासंजेण्डर संवर्ग को स्वयं सहायता समूह से जोडने के बारे में बताया ताकि वे आत्मनिर्भर बन सके। इस अवसर पर जया इंटर काॅलेज के डायरेक्टर श्री सौरभ गुप्ता भी मौजूद रहें।