शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के परिसर में 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया

शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के परिसर में 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया

गंगोह [24CN] : शोभित विश्वविद्यालय, गंगोह में आज दिनांक 15 अगस्त दिन शुक्रवार को 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाया गया। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत मनाये गए इस राष्ट्रीय पर्व का प्रारंभ शोभित विश्वविद्यालय, गंगोह के कुलपति, प्रो०(डॉ.) रणजीत सिंह द्वारा ध्वजारोहण करके किया गया। ध्वजारोहण के साथ ही विश्वविद्यालय के सभी सुरक्षा कर्मियों एवं एन.सी.सी. कैडेट्स ने राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी और राष्ट्रगान गया। ध्वजारोहण के पश्चात विश्वविद्यालय के जे० पी० माथुर ऑडिटोरियम में कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जहां स्वतंत्रता के इस पावन पर्व के अवसर पर देश के वीरों को याद किया गया। शोभित विश्वविद्यालय, गंगोह के छात्र एवं छात्राओं ने तिरंगे को नमन कर अपनी शानदार प्रस्तुतियाँ दी, जिनमे जिकरा अंसारी, अक्षय सैनी, नब्बाज़ रहमान आदि छात्र शामिल रहे। राष्ट्रीय पर्व पर शिक्षक डॉ. नमित वशिष्ठ ने देश भक्ति गीत द्वारा देश के वीर जवानों को याद किया। इस अवसर पर मंच संचालन छात्रा ईरम चौधरी द्वारा किया गया। राष्ट्रीय पर्व का शुभारंभ प्रो०(डॉ.) प्रशांत कुमार डीन स्कूल ऑफ़ एजुकेशन द्वारा संस्था के कुलपति, प्रो०(डॉ.) रणजीत सिंह, कुलसचिव प्रो०(डॉ.) महिपाल सिंह, केयर टेकर सूफी जहीर अख्तर एवं जमशेद प्रधान जी का स्वागत कर किया गया।

इस अवसर पर संस्था के कुलपति, प्रो०(डॉ.) रणजीत सिंह ने अपने उद्बोधन में सर्वप्रथम तिरंगे को नमन कर सभी स्वतंत्रता सेनानियों को याद किया और कहा कि शिक्षा में गुणवत्ता के माध्यम से ही हम छात्रों का समग्र विकास सुनिश्चित कर सकते हैं। शिक्षक के लिए यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि वह न केवल ज्ञान प्रदान करे, बल्कि छात्रों में नैतिक मूल्यों, सोचने की क्षमता, और आत्मविश्वास का विकास भी सुनिश्चित करे, जिससे राष्ट्र को ऐसे जागरूक, जिम्मेदार और सक्षम नागरिक मिल सकें, जो देश की प्रगति और समृद्धि में सक्रिय योगदान दे सकें। आगे उन्होंने बताया कि आज के युग में देशभक्ति का अर्थ है — अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहना, पर्यावरण की रक्षा करना, स्त्री और पुरुष के अधिकारों का सम्मान करना, और एक समावेशी, सशक्त और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भाग लेना।

इस अवसर पर संस्था के केयर टेकर सूफी जहीर अख्तर ने अपने विचार प्रकट करते हुए गंगोह क्षेत्र का स्वतंत्रता की आज़ादी में योगदान हेतु इतिहास को प्रदर्शित किया, जिसमे उन्होंने कहा कि भारत की स्वतंत्रता की यात्रा अपार बलिदान, साहस और एकता से भरी हुई है, इसमें गंगोह क्षेत्र का भी विशेष योगदान रहा है।

इस अवसर पर संस्था के कुलसचिव प्रो०(डॉ.) महिपाल सिंह ने कार्यक्रम के अंत में सभी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि स्वतंत्रता हमारे लिए केवल एक अधिकार नहीं, बल्कि एक अमूल्य धरोहर है। इसे संरक्षित रखने के लिए हमें एकजुट होकर काम करना होगा। कार्यक्रम में जमशेद प्रधान जी, एवं सभी विभागों के डीन, प्राचार्य, शिक्षकगण, शिक्षणेत्तर कर्मचारी, आदि उपस्थित रहे। मिष्ठान वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

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