यूपी: जांच में चौंकाने वाला खुलासा, बिना जमीन के गन्ना पर्ची पा रहे थे 743 फर्जी किसान

यूपी: जांच में चौंकाने वाला खुलासा, बिना जमीन के गन्ना पर्ची पा रहे थे 743 फर्जी किसान

गन्ना विभाग द्वारा मुजफ्फरनगर जिले के गन्ना किसानों की जमीन और गन्ना सट्टे की जांच कराए जाने के बाद गन्ना माफिया पर गाज गिरनी शुरू हो गई है। चार माह तक चली जांच प्रक्रिया में 743 ऐसे लोग सामने आए हैं, जिनके पास बिना जमीन के ही पर्चियां पहुंच रही थीं। 3221 किसानों का दो शुगर मिलों में डबल सट्टा चल रहा था और 7297 किसानों की पूर्व में मृत्यु हो चुकी है, लेकिन उनके नाम से पर्चियां जारी हो रही थीं। 2744 किसानों की जमीन कागजों में ज्यादा चढ़ी थी, उसी आधार पर पर्चियां जारी हो रही थीं।

प्रदेश सरकार द्वारा गन्ना पर्ची सिस्टम कंप्यूटराइज करने से गन्ना माफिया का खेल खत्म होना शुरू हो गया है। जिले में 2,06,263 गन्ना किसान है। इस बार विभाग ने सभी किसानों का ग्रामवार सत्यापन करते हुए ब्योरा कंप्यूटराइज किया है। पर्ची जारी होते ही किसान के पास एसएमएस पहुंचना शुरू हो गया है। जांच में कई बड़े खुलासे हुए है। यह तथ्य सामने आया है कि जिले में अब से पहले गन्ना माफिया का बड़ा खेल चल रहा था। 12 ऐसे फर्जी कृषक मिले, जिनका खेती से कोई संबंध नहीं रहा और पर्चियां भरपूर पहुंच रही थी। यह किसान बुढ़ाना गन्ना समिति से जुड़े थे। अब इनकी पर्चियां निरस्त की गई हैं।
वहीं, जिन 3221 किसानों का डबल सट्टा चल रहा था, उसे सिंगल कर दिया गया है और बढ़ा हुआ सट्टा हटा दिया है। खेती छोड़ चुके 743 किसानों को जारी हो रही पर्ची प्रक्रिया समाप्त कर दी है। जिन 7297 किसानों की मृत्यु हो चुकी है, उनके बांड से जारी पर्चियां निरस्त कर दी हैं। वास्तविक से ज्यादा जमीन के हिसाब से जिन 2744 किसानों के बांड जारी था, उनकी अत्यधिक पर्चियां निरस्त कर दी गई हैं।


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