अवैध कब्जा हटाकर खाली करायी 50 लाख की जमीन

- सहारनपुर में पिंजौरा में अवैध कब्जा ध्वस्त करती निगम जेसीबी।
सहारनपुर [[24CN]। बेहट रोड स्थित हरदेव नगर, शाकुंभरी विहार में नगर निगम की भूमि पर किये गए अवैध कब्जे को निगम अधिकारियों ने जेसीबी की मदद से ध्वस्त करते हुए खाली करा लिया। इसके अलावा पिंजौरा में भी जेसीबी की मदद से अतिक्रमण ध्वस्त किया गया।
शाकुंभरी विहार में खाली करायी गयी करीब चार सौ वर्ग गज भूमि और पिंजौरा में अतिक्रमण ध्वस्त कर कब्जामुक्त करायी गयी जमीन का बाजार मूल्य करीब एक करोड़ रुपये आंका गया है। शाकुंभरी विहार में मंगलवार को मेयर संजीव वालिया व नगरायुक्त गजल भारद्वाज ने पौधारोपण करने के बाद आस पास के क्षेत्र का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों के संज्ञान में आया कि पौधारोपण किये गए स्थान के निकट ही खसरा नंबर 463 में नगर निगम की करीब चार सौ वर्ग गज भूमि पर किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा चारदीवारी बनाकर अवैध कब्जा कर रखा है।
इस पर अधिकारियों ने निगम की भूमि से अवैध कब्जा हटवाने के निर्देश प्रवर्तन दल को दिए थे। प्रवर्तन दल प्रभारी कर्नल बीएस नेगी के नेतृत्व में निगम के राजस्व विभाग ने जेसीबी की मदद से उक्त चारदीवारी को ध्वस्त कर निगम की भूमि से अवैध कब्जा खाली करा लिया। इसके अलावा पिंजौरा में भी अतिक्रमण प्रभारी विनय शर्मा के नेतृत्व में खसरा नंबर 235 रामनगर पुलिस चौकी क्षेत्र में करीब तीन सौ वर्ग मीटर भूमि पर बनाये गए मकान को जेसीबी से ध्वस्त कर कब्जा मुक्त कराया गया। जनसुनवाई में उक्त अवैध कब्जे की शिकायत के अलावा पहले भी शिकायतें की गयी थी जिसकी अपर नगरायुक्त राजेश यादव ने सम्पत्ति विभाग से जांच करायी थी। जांच के दौरान यह भी पाया गया कि अतिक्रमणकर्ता के पास अपना आवास भी उपलब्ध है।
प्रवर्तन दल प्रभारी कर्नल बी एस नेगी ने बताया कि अतिक्रमण ध्वस्त करने से पहले दो बार चेतावनी दी गयी थी कि या तो स्वयं अतिक्रमण हटा ले अन्यथा निगम को कार्रवाई करनी पडेघ्गी। ध्वस्तीकरण से पहले अतिक्रमण करने वाले का सामान निकालने का अवसर दिया गया उसके बाद कार्रवाई की गयी। अवैध कब्जे से मुक्त करायी दोनों सम्पत्तियों का बाजार मूल्य करीब एक करोड़ रुपये आंका गया है।
कार्रवाई के दौरान आर आई सुशील कुमार, अक्षय, कानूनगो सोमपाल सैनी, लेखपाल शिवकुमार सैनी, महेंद्र शर्मा तथा प्रवर्तन दल के नरेशचंद,प्यार सिंह,रणदीप, शिवकुमार, जगपाल, हेमराज, नबाबुद्दीन, प्रदीप, विक्रम व पवन और रामनगर पुलिस चौकी के अरुण कुमार व हरिओम आदि शामिल रहे।