48 पेज के लेनदेन व 13 पेज के वाट्सऐप स्क्रीनशॉट की जद में कई रसूखदार
पटना। बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में जांच के लिए मुंबई गई पटना पुलिस ने छह दिनों में सुबूत की मोटी फाइल बना ली है। इससे सुशांत की गर्लफ्रेंड रही रिया चक्रवर्ती ही नहीं, और भी कई रसूखदार चपेट में आ सकते हैं। यह रिया की गिरफ्तारी के लिए पर्याप्त है। मामले की जांच के लिए पटना से चार अफसरों की टीम गई थी, जिनमें दो इंस्पेक्टर और दो दारोगा शामिल हैं। बिहार पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक मुंबई पुलिस ने जब सहयोग नहीं किया और कागजात देने से इन्कार कर दिया, तब उन्होंने नई रणनीति तैयार कर जांच शुरू की।
तैयार हुई मोटी फाइल
लिहाजा, रिया चक्रवर्ती ही नहीं, कई रसूखदारों के खिलाफ सुबूतों की मोटी फाइल तैयार हो गई है। इसके आधार पर उनकी गिरफ्तारी के लिए कोर्ट में वारंट की अर्जी दी जा सकती है। अधिकारी की मानें तो सुशांत के तीनों बैंकों के अकाउंट, यूपीआइ पेमेंट का स्टेटमेंट और चार्टर्ड अकाउंटेंट के लेजर बैलेंस की कॉपी टीम ने सत्यापित कराकर बतौर सबूत रख लिया है। लगभग 48 पन्ने में रिया और सुशांत के बीच बैंक अकाउंट से हुई लेन-देन का प्रमाण है। इसके अलावा 13 पन्नों में सुशांत और उनकी पूर्व प्रेमिका व टीवी अभिनेत्री अंकिता लोखंडे के बीच वाट्सऐप पर हुई बातचीत का स्क्रीनशॉट है। छह लोगों के रिकॉर्डेड बयान और एक प्रमुख गवाह से टेलीफोन पर हुई बातचीत को कागज पर लिखा जा रहा है। अधिकारी ने कहा कि टीम ने काफी साक्ष्य इकट्ठा कर लिए हैं, जिसके आधार पर गिरफ्तारी की जा सकती है। पुलिस का यह भी कहना है कि वह ठोस सुबूत इकट्ठा कर चुकी है।
सुबूतों के साथ लौट सकते हैं एक इंस्पेक्टर
सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले की जांच के लिए गई टीम में शामिल एक इंस्पेक्टर सुबूतों के साथ पटना लौट सकते हैं। मुख्यालय के आदेश का इंतजार किया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि डुमरा अंचल के इंस्पेक्टर मनोरंजन भारती को वहां से साक्ष्य के साथ भेजा जाएगा, ताकि पटना सिविल कोर्ट से आरोपितों की गिरफ्तारी व पूछताछ के लिए वारंट लिया जा सके।
इस बार जाएंगे डीआइजी रैंक के अधिकारी
मुख्यालय सूत्रों की मानें तो वारंट लेने के बाद डीआइजी रैंक के अधिकारी को मुंबई भेजने पर विचार किया जा रहा है। अभी तीन नामों पर चर्चा चल रही है, जिसमें मुंगेर डीआइजी मनु महाराज, एटीएस डीआइजी विकास वैभव और एसटीएफ डीआइजी विनय कुमार शामिल हैं। हालांकि, इस बार अधिकारी सड़क मार्ग से बकायदा सुरक्षा के साथ कूच करेंगे।