रायपुर । छत्तीसगढ़ में सियासी हलचल के बीच चार मंत्री सहित 30 विधायक दिल्ली पहुंच गए हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राहुल गांधी से मुलाकात और दिल्ली से रायपुर पहुंचने के बाद यहां राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बीच दिल्ली में डटे मंत्री टीएस सिंहदेव ने मीडिया से चर्चा में कहा कि टीम का हर खिलाड़ी कप्तान बनना चाहता है। सवाल उसकी सोच नहीं, क्षमता का है। हाईकमान पार्टी के लोगों की भूमिका तय करता है और हम इसे निभाते हैं। सिंहदेव ने साफ किया कि आलाकमान ने कभी ढाई-ढाई साल के फार्मूले की बात नहीं की। इधर, चर्चा है कि भूपेश बघेल भी दिल्ली जा सकते हैं, लेकिन अब तक केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से बुलावा नहीं आया है।

सिंहदेव से जब यह सवाल किया गया कि कब तक मुख्यमंत्री बनेंगे तो उन्होंने सधे हुए अंदाज में कहा कि मुख्यमंत्री बनने की बात नहीं है। तो क्या वही (भूपेश बघेल) पांच साल सीएम रहेंगे, यह पूछने पर सिंहदेव ने कहा कि वो 50 साल, दस साल या दो साल तक मुख्यमंत्री बने रह सकते हैं। यह पूछने पर कि क्या नाराजगी खत्म मानी जाए। सिंहदेव ने कहा कि विवाद तो भाई-बहन में होता है। स्वच्छ प्रतिस्पर्धा रहती है। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बैठक होने के सवाल को सिंहदेव ने सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी किसी बैठक की उन्हें जानकारी नहीं है।

बता दें कि बुधवार को दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि प्रदेश में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की कोशिश करने वाले कभी सफल नहीं होंगे। इसके साथ ही यह भी कहा था कि हाईकमान जब कहेगा, सीएम का पद त्याग देंगे। बता दें कि मंत्री डा. शिव डहरिया, विधायक विकास उपाध्याय गुरुवार सुबह और मंत्री अमरजीत भगत शाम को दिल्ली रवाना हुए। मंत्री ताम्रध्वज साहू और विधायक सत्यनारायण शर्मा भी दिल्ली में हैं। डा. चरणदास महंत शनिवार को दिल्ली पहुंचेंगे।

छत्तीसगढ़ न डोलेगा, न अड़ेगा, जैसा है-वैसा रहेगा :

इधर, मरवाही पहुंचे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि छत्तीसगढ़ जैसा है, वैसा ही है। यह न डोलेगा, न अड़ेगा। हर समर्थक चाहता है कि उसके नेता का सम्मान हो। उसे पुष्प हार मिलें। कार्यकर्ताओं में उत्साह है। उन्होंने नई ऊर्जा के साथ अपने नेता का स्वागत किया तो इसमें बुरा क्या है। पीसीसी हमेशा पालक की भूमिका में होता है। सबको समान दृष्टि से देखता है। हम भी पालक की भूमिका निभा रहे हैं। हमारी नजर में हर नेता बराबर है। कोई छोटा या बड़ा नहीं है।

दिल्ली पहुंचे नेताओं की अपनी कहानी :

दिल्ली पहुंचे मंत्रियों और विधायकों ने अपनी-अपनी कहानी सुनाई है। मंत्री अमरजीत भगत आदिवासी कांग्रेस के एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गए हैं। मंत्री ताम्रध्वज साहू का दिल्ली में इलाज चल रहा है। विधायक विकास उपाध्याय अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव हैं। ऐसे में एक बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली में डटे हुए हैं। मंत्री टीएस सिंहदेव को प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने दिल्ली में रुकने के लिए कहा था। वे गुरुवार को भोपाल आने वाले थे, लेकिन बदले घटनाक्रम में दिल्ली में ही रुक गए।