पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिले प्रदेश सरकार को 80 फीसदी राजस्व देते हैं: भगत सिंह
देवबंद [24CN] : पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिले प्रदेश सरकार को 80 फीसदी राजस्व देते हैं। इसके बावजूद भी पश्चिम प्रदेश में शिक्षा व चिकित्सा नाममात्र है। बड़ा राज्य होने के कारण उत्तर प्रदेश में गरीबी महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, गुंडागर्दी और अव्यवस्था लगातार बढ़ती जा रही हैं।
शनिवार को सहकारी गन्ना समिति प्रांगण में बैठक में भगत सिंह वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश में लगातार बढ़ती हुई समस्याओं का एकमात्र हल प्रदेश का विभाजन है। इसलिए उत्तर प्रदेश को चार भागों में बांटकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिलों को मिलाकर पृथक पश्चिम प्रदेश का निर्माण किया जाना चाहिए। अध्यक्षता कर रहे राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष राजेंद्र चैधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री को देशहित में उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ जनता की उन्नति के लिए प्रदेश को चार भागों में विभाजित करने के लिए राच्य पुनर्गठन आयोग करके छोटे-छोटे राज्यों का निर्माण कराना चाहिए।
संचालन कर रहे प्रदेश महामंत्री आसिम मलिक ने कहा कि छोटे राज्य हरियाणा, पंजाब, हिमाचल व उत्तराखंड लगातार उन्नति कर रहे हैं इसलिए छोटे राज्यों का निर्माण जरूरी है। इस मौके पर संजय चैधरी, रविंद्र प्रधान, नीरज सैनी, अजीत सिंह, सुभाष त्यागी, डा0 यशपाल त्यागी, विनोद सैनी, सरदार रविंदर सिंह, बदर आलम, कैसर आलम, हाजी सुलेमान, रियासत पहलवान, सुधीर चैधरी, मोहम्मद फारूक आदि मौजूद रहे।