स्वास्थ्य शिविर में 1560 व्यक्तियों का उपचार किया

सहारनपुर [24CN]। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 संजीव मागंलिक के निर्देशानुसार जनपदीय स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय स्वास्थ्य टीमों द्वारा ब्लॉक पुवांरका के अन्तर्गत ग्राम सरकडी, ब्लॉक देवबन्द के ग्राम तिघरी, ब्लॉक नागल के ग्राम बन्दरजुड्डा, ब्लॉक गंगोह के ग्राम नूरखेडी, ब्लॉक नकुड के ग्राम भैरमऊ, पाडली सहारनपुर में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया जिसमें कुल उपचारित रोगी-324, ज्वर रोगी-35, रक्त पटिट्का-35 तथा सर्वेक्षित घर-644 है तथा घर-घर जाकर 2597 व्यक्तियों को स्वास्थ्य षिक्षा के अन्तर्गत ‘‘क्या करें क्या न करें‘‘ के बारे में स्वास्थ्य दी गयी। जनपद एवं ब्लॉक स्तर पर 01 अगस्त 2021 से 11 नवम्बर 2021 तक कुल स्वास्थ्य शिविर-1560 व कुल उपचारित रोगी-25649 देखे गये तथा व्यक्तियों को क्या करें क्या न करें की जानकारी दी जा चुकी है। सभी स्वास्थ्य शिविरों में मलेरिया, डेंगू, टाईफाईड की जांच की जा रही है। जहां पर डेंगू रोगी पाया जाता है उसके घर के आस-पास  50 घरों में पायरीथ्रम का स्प्रे किया जा रहा है।

जिला मलेरिया अधिकारी श्रीमती शिवांका गौड ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होने कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा आज एस0बी0डी0 जिला चिकित्सालय में फीवर हैल्प डेस्क का निरीक्षण किया गया। डेंगू वार्ड में एक रोगी डेंगू भर्ती मिला तथा कोविड-19 की तीसरी लहर को दृष्टिगत रखते हुये जिला महिला चिकित्सालय में पीकू वार्ड एव आक्सीजन जनरेशन प्लान्ट का निरीक्षण किया गया व नोडल अधिकारी द्वारा जानकारी दी गयी कि औषधियां प्रर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 संजीव मांगलिक द्वारा ब्लाक देवबन्द के ग्राम सांपला बक्काल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान गांव में कार्यरत आशा कार्यकत्री के पास प्रथम डोज व द्वितीय डोज के छूटे हुये लाभार्थियों की सूची उपलब्ध थी। कोविड टीकाकरण के अंतर्गत प्रारम्भिक 16 जनवरी 2021 से 10 नवम्बर 2021 तक जनपद में कुल टीकाकरण 2249865 (प्रथम डोज 1638582 एवं द्वितीय डोज 611283) है। जनपद सहारनपुर को 2578948 का लक्ष्य निर्धारित है। कोविड टीकाकरण के लक्ष्य को पूर्ण करने हेतु जनपद में ‘‘हर घर दस्तक अभियान’’ के अंतर्गत छूटे हुये लोगों की लाईन लिस्टिंग हेतु कार्य चल रहा है। सभी ब्लाक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं जिला चिकित्सालय में रोजगार संबंधी व्यस्तता के दृष्टिगत छूटे हुये लाभार्थियों के लिये, फलेक्सी टाइमिंग व्यवस्था के अंतर्गत 01 नवम्बर 2021 से प्रातः 08.00 बजे से रात्रि 10.00 बजे तक कोविड टीकाकरण सत्र आयोजित किये जा रहे हैं। उन्होने टीकाकरण से छूटे हुये सभी जनपदवासियों से अपील की है कि वह अपनी प्रथम डोज 30 नवम्बर 2021 तक प्रत्येक दशा में लगवा लें तथा जिन लाभार्थियों की द्वितीय डोज अपेक्षित है, वह अपनी द्वितीय डोज लगवाकर स्वंय को प्रतिरक्षित रखें।

जनपद एवं ब्लॉक स्तर  पर आशा, आंगनबाड़ी एवं ए0एन0एम0 के द्वारा संचारी रोग के नियंत्रण हेतु ग्राम वासियों को जागरूक किया गया हैं। स्वास्थ्य शिविरों में सभी प्रकार के रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। ग्राम वासियों व मोहल्ले वासियों को जानकारी दी जा रही है कि अगर बुखार होता है तो तत्काल अपने नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर अपना उपचार करायें तथा डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि रोगों की जॉच जिला चिकित्सालय में मुफ्त की जा रही है तथा सभी को वैक्टर जनित रोगों के अर्न्तगत आने वाली बिमारियां जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, आदि से बचाव एवं रोकथाम के अन्तर्गत जानकारी दी गयी कि घर के अन्दर, बाहर व छतों पर टूटे बर्तनों, टायर, गमले, बोतल, आदि में पानी जमा न होने दें। कीटनाशक युक्त मच्छरदानी का ही प्रयोग करें। पानी के सभी बर्तन, टंकी इत्यादि को पूरी तरह ढक कर रखें। अपने घर के आस-पास पानी जमा न होने दें। पानी से भरे गढढों में मिटट्ी भर दे। बच्चों को पूरी आस्तीन कमीज व पेन्ट ही पहनाकर रखें। बुखार उतारने के लिये पैरासिटामोल का इस्तेमाल करे। एस्प्रीन या आइब्रुफैन का इस्तेमाल न करें। अधिक बुखार मेें डाक्टर की सलाह ले। झोलाछाप डाक्टर से बचें। सप्ताह में एक बार कूलर, फूलदान, पशु व पक्षियों के पानी के बर्तनों, हौदी को सूखा कर ही पानी भरें, कार्य करने पर बल दिया। ग्राम वासियों व मोहल्ले वासियों को कहा गया कि अगर किसी के यहां एडिज का लार्वा पाया गया तो उनको नोटिस दिया जायेगा तथा तीन दिन बाद दौबारा स्वास्थ्य टीम द्वारा क्षेत्र का भ्रमण किया जायेगा। यदि दोबारा उनके यहां डेंगू का लार्वा मिलता है तो भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188 के तहत पांच हजार रूपये तक का जुर्माना वसूल कर जनपद स्तर पर नगर निगम, ब्लॉक स्तर पर नगर पालिका, नगर पंचायत द्वारा कर जिला कोषागार में जमा किया जायेगा।

डेंगू व मलेरिया से बचाव हेतु

क्या करें-
रूके हुये पानी के स्थानों को मिट्टी से भर दे यदि सम्भव न हो तो कुछ बूंद मिट्टी का तेल या डीजल उसमें डाल दें। घर में कूलर, गमले, छतो पर पडे पुराने टायर, पशु-पक्षियों के पीने के पात्र एवं निष्प्रयोज्य सामग्री तथा नारियल के खोल, प्लास्टिक की कप, बोतल आदि में जल एक़ि़त्रत न होने दे। सोते समय मच्छर दानी अथव मच्छर भगाने की क्रीम को प्रयोग करे। जहां तक सम्भव हो पूरी आस्तीन की कमीज मोजे इत्यादि से शरीर को अधिक से अधिक हिस्से को ढक के रखे। तेज बुखार होने पर चिकित्सक से सम्पर्क करें,  मलेरिया का शक होने पर नजदीकी के सरकारी अस्पताल में जॉच करायें ।

क्या न करें 
घरों के आस-पास गन्दगी व कूडा एकत्र न होने दें। नालियों अथव गड्ढों में रूका हुआ पानी एकत्र न होने दें। यदि डेंगू व मलेरिया रोगी कोई है तो उसे बिना मच्छदानी के न रहने दें। अथवा ऐसे कमरें में रोगी की देखभाल करे जिसमें दरवाजे खिडकिया में जाली लगी हो।