११ कुंडीय गायत्री महायज्ञ व संस्कार कार्यक्रम सम्पन्न

- सहारनपुर में सलारपुरा में गायत्री परिवार के तत्वावधान में 11 कुंडीय यज्ञ करते श्रद्धालु।
गंगोह। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में आयोजित 11 कुंडीय गायत्री महायज्ञ व संस्कार कार्यक्रम में भजनों के माध्यम से दीप यज्ञ किया गया। गांव सलारपुरा में मा. अनूप सिंह द्वारा आयोजित 21वें गायत्री अनुष्ठान की पूर्णाहुति कार्यक्रम में शांतिकुंज हरिद्वार से आई टोली के नायक रामप्रताप, श्याम पांडेय, नंदकुमार पांडेय, कन्हैया व जनक प्रसाद ने गुरू व गायत्री की महिमा का बखान करते हुए कहा कि जिस प्रकार सच्चा गुरू अपने शिष्य को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने का मार्ग दिखाता है। वहीं अपन तपस्या, साधना, आराधना, उपासना का एक अंश अपने शिष्य को गुरू दक्षिणा देते समय देता है।
उन्होंने कहा कि भक्त और भगवान, गुरू और शिष्य की परम्परा यही है कि भगवान स्वयं अपने भक्तों से मिलने आते हैं। जिस प्रकार प्रभु श्रीराम मां भीलनी से मिलने पहुंचे और अहिल्या का उद्धार किया था। उसी प्रकार भगवान श्रीकृष्ण ने द्रोपदी की लाज बचाई एवं सुदामा के पैर धोए। उसी तरह गुरू कष्ट आने पर अपने शिष्ट को सत्य मार्ग की ओर ले जाते हैं। उन्होंने यज्ञ में सैंकड़ों महिला व पुरूषों को गायत्री साधना, आराधना, उपासना, अंशदान व समयदान की व्याख्या करते हुए कहा कि व्यक्ति को अपने जीवन में इन पांच नियमों को निभाकर इन पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। इससे पूर्व श्रद्धालुओं महिलाओं ने पूरे गांव में मंगल कलश यात्रा निकाली तथा रात्रि में भजनों के माध्यम से दीप यज्ञ सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य यजमान मा. अनूप सिंह, डा. राजपाल सैनी, ऋषिपाल चकवाली, मा. कृपाल सिंह दैदपुरा, चौ. कुशलपाल मनोहरा, डा. जयकरण, श्रवण शर्मा, सुनील शर्मा, सुभाष शर्मा, रणवीर उपाध्याय, चौ. केहर सिंह, मांगेराम आर्य आदि सहित भारी संख्या में साधक मौजूद रहे।
