मुत्तहिदा मजलिस अमल के प्रतिनिधिमंडल ने डीएम को सौंपा ज्ञापन

मुत्तहिदा मजलिस अमल के प्रतिनिधिमंडल ने डीएम को सौंपा ज्ञापन
  • सहारनपुर में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने जाते मुत्तहिदा मजलिस अमल के पदाधिकारी।

सहारनपुर [24CN]। मुत्तहिदा मजलिस अमल के प्रतिनिधिमंडल ने बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा किए जा रहे हमलों व नवरात्रों का बहाना बनाकर मीट के रेस्टोरेंट को जबरदस्ती बंद कराने को लेकर किए गए तांडव के विरोध में मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपकर इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाने के साथ-साथ आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की।

मुत्तहिदा मजलिस अमल के पदाधिकारी एकत्र होकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में बताया कि मुत्तहिदा मजलिस अमल जनपद की सभी मुस्लिम तंजीमों, संस्थाओं व संस्थानों के प्रसिद्ध उलेमा तथा जिम्मेदारान की एक समन्वय समिति है जो जिले की अमन चैन और शांति को कायम रखने में विश्वास रखता है और किसी भी सूरत में जिले का माहौल खराब नहीं होने देना चाहता। उनका कहना था कि कुछ संगठन हिंदुओं की रक्षा और हिंदुओं के हितैषी बनकर आम जनता पर अपना दबदबा कायम रखने के लिए दुष्प्रचार करता रहता है। उन्होंने मांग की कि हिंदुत्व के नाम पर जो कानून तोड़ते हैं, उन सभी हिंदू संगठनों पर प्रतिबंध लगाया जाए। उन्होंने सवाल किया कि किस आधार पर और किस कानून के अनुसार नवरात्रों को लेकर मीट के रेस्टोरेंट व स्लाटर हाऊसों को बंद कराने का काम किया गया। उन्होंने कहा कि नवरात्रे भारतीय संस्कृति की पुरानी कड़ी है तथा हजारों साल से हिंदू नवरात्रे, कनागत, दीपावली, दशहरा आदि पर्व मनाते रहे हैं।

पहली बार नवरात्रे के मौके पर मीट की दुकानें प्रशासन द्वारा बंद कराई जा रही हैं जो खेदजनक है। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा होता रहा तो दूसरे समुदाय के लोग भी होटलों व रेस्टोरेंट आदि को बंद कराने की मांग करेंगे। प्रतिनिधिमंडल में मौलाना शाहिद मजाहिरी, हाफिज मोहम्मद उवैस, शेरशाह आजम, फरीद अब्बास, हाजी इरफान, हाफिज सईद, मुफ्ती अताउर्रहमान, ताजदार आदि शामिल रहे।